छिंदवाड़ा जिलें के कृषि विभाग को अभी तक नहीं मिला गेहूं बीज का लक्ष्य…?

Chautha Sthambh

छिंदवाड़ा जिलें के कृषि विभाग को आखिर क्यों नही मिला अभी तक गेहूं बीज का लक्ष्य…?

निशुल्क,अनुदान एंव अच्छा गेहूं बीज प्राप्त करने के लिए कृषि कार्यालय में दर-दर भटक रहे किसान….

इस साल छिंदवाड़ा जिलें में कृषि विभाग को नहीं मिला गेहूं बीज का कोई भी लक्ष्य…!

रबी फसलों की तैयारी तेज, किसानों को नही मिल रहा कृषि विभाग में गेहूं का बीज…
छिंदवाड़ा (चौथा स्तंभ) जिले में रबी फसलों की बोआई की तैयारियां तेज हो गई है। लेकिन कृषि विभाग एवं मध्य प्रदेश सरकार ने छिंदवाड़ा जिले की अपेक्षा करते हुए आज तक कृषि विभाग में गेहूं बीच का कोई लक्ष्य नहीं दिया है जिससे आज जिले के किसान कृषि कार्यालय ब्लॉक एवं जिला कार्यालय में गेहूं के बीज के लिए दर-दर भटक रहे, लेकिन लगता हैं की कृषि विभाग के अधिकारी की लापरवाही कहे या फिर मध्य प्रदेश शासन की किसानों के प्रति उदासीनता के चलते आज भी छिंदवाड़ा जिले को गेहूं का कोई लक्ष्य नहीं मिला है आज किस अच्छे बीज एंव कृषि विभाग से अनुदान में मिलने वाली गेहूं के लिए आज दर-दर भटक रहे हैं अब किसानों के सामने एक ही विकल्प है कि वह प्राइवेट बीज दुकानों से महंगे दामों में गेहूं बीज खरीदें और जिसकी कोई गारंटी नहीं कि किसानों को अच्छा बीज मिल रहा है या नहीं क्योंकि कृषि विभाग का अमला कभी भी इन प्राइवेट दुकानों में जाकर इनका परीक्षण नहीं करते, और प्राइवेट दुकानदार मनमाने दामों पर गेहूं बीजों को बेच रहे हैं, लेकिन फिर भी किसानों की पुकार सुनने वाला कोई नहीं है जबकि पिछले वर्ष इस समय कृषि विभाग के द्वारा गेहूं बीज का वितरण शुरू हो गया था। जिसमें सामान्य बीज के साथ ही मिनी किट के रूप में आए बीज भी उपलब्ध हुए थे । लेकिन इस वर्ष अभी तक कृषि विभाग को गेहूं का लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है ।

- Advertisement -
  • जिलें के किसानों को इस वर्ष अभी तक नहीं मिला निशुल्क एवं अनुदान पर गेहूं बीज…

    छिंदवाड़ा जिलें के किसान रबी फसलों की बोनी करने के लिए तैयार है लेकिन जिलें को अभी तक गेहूं बीज का लक्ष्य नहीं मिला है तो किसानों को कैसे मिलेगा निशुल्क एवं अनुदान पर गेहूं ये सोचने का बिषय है, जबकि केंद्र एवं राज्य सरकार किसानों की आई दुगने करने की बात करती है लेकिन जब किसानों को अच्छे बीच ही नहीं मिलेंगे तो किसानों की कैसे दुगनी आय होगी, जबकि केंद्र एंव राज्य सरकार किसानों की आय दो गुना करने हेतु विभिन्न योजनाओं में अनुदान देने का फैसला किया है। लेकिन जिलें को अभी तक गेहूं बीज का लक्ष्य नही मिला है, जबकि जिलें में लाख हेक्टेयर में रबी की फसल बोई जाती है लेकिन कृषि विभाग के द्वारा ना अच्छा बीज उपलब्ध कराया जा रहा है ना किसानों को कोई प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जबकि किसानों को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि वे अपनी आमदनी को बढ़ा सकें।लेकिन इस इस वर्ष कृषि विभाग के द्वारा अभी तक गेहूं बीज का कोई वितरण नहीं किया गया है..?

    जिलें का किसान एक बार फिर लूटने के लिए हो जायें तैयार….?
    छिंदवाड़ा जिलें में अभी तक कृषि विभाग को गेहूं बीज का लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है, जिसके कारण अब किसान मजबूरी में खाद बीज की प्राइवेट दुकानों से बीज खरीदने के लिए मजबूर हो जाएगा और इन दुकानों के द्वारा मनमाने तरीके से किसानों को गेहूं के बीज बेचने के लिए तैयार बैठे हैं, अब किसानों के पास कोई विकल्प नहीं है आखिर अब मजबरी तो अमानक एवं महंगे बीज लेने के लिए किसान मजबूर है, सूत्रों की जानकारी के अनुसार जिलें में इन दिनों कई कंपनी के एजेंट घूमने लगे हैं और किसानों को लुभाने के लिए ऊंचे ऊंचे सपने दिखाकर उन्हें 8 से ₹10 हजार रुपयें प्रति कुंतल के हिसाब से गेहूं बेच रहे हैं, क्योंकि व्यापारियों के लिए कोई नियम -कानून नहीं है वह अपने हिसाब से रेट तय कर कर ही अपनी सामग्री बेचते हैं, लेकिन किसान की उपज का कोई रेट नहीं है इसलिए कहना गलत नहीं होगा कि अब जिले का किसान एक बार फिर लूटने के लिए तैयार हो जाए..?

    कृषि उपसंचालक ने बताया कि जिले को अभी तक गेहूं बीज का लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ..

    जब इस बिषय में कृषि कल्याण एवं कृषि विभाग विकास विभाग छिंदवाड़ा के उपसंचालक श्री जितेंद्र सिंह से इस बिषय में जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि छिंदवाड़ा जिलें में अभी तक गेहूं बीज का कोई लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है और यदि आने वाले समय में गेहूं का लक्ष्य मिलता है तो किसानों को जरूर गेहूं दी जाएगी…

    Share This Article
    Leave a Comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *