छिन्दवाड़ा(चौथा स्तंभ)
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी एवं जिले के पूर्व सांसद माननीय नकुलनाथ जी व मप्र कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार शहर कांग्रेस कमेटी ने भाजपा नेता के बयान का पुरजोर विरोध करते हुए पुतला दहन किया साथ ही ठोस कार्रवाई की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की। ऐसे बयानबाजी की कड़ी निंदा भी की।
भाजपा का महिला विरोधी चेहरा एक बार फिर सामने आया है। मातृशक्ति को लेकर लगातार अशोभनीय टिप्पणी करने वाले भाजपा नेताओं की जुबान पर लगाम और मर्यादा नहीं है। रिश्तों व संबंधों को तार-तार करने वाले स्तरहीन शब्दों का सार्वजनिक उपयोग करना। भारतीय सभ्यता व संस्कृति के खिलाफ टिप्पणी करने वाले भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय का ईएलसी चौक पर पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। विदित हो कि गत दिवस मप्र के शाजापुर में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने नेता विपक्ष श्री राहुल गांधी जी एवं सांसद श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने राहुल गांधी व प्रियंका गांधी वाड्रा पर विदेशी संस्कृति अपनाने का आरोप लगाया था।
भाई बहन के पवित्र रिश्ते पर अमर्यादित टिप्पणी करना घटिया मानसिकता को उजागर करता है।
पुतला दहन के दौरान शहर कांग्रेस के प्रभारी श्री धर्मेन्द्र सोनू मांगो व शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री पप्पू यादव ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय स्वयं राजनीतिक रूप से असंस्कृत है। उन्हें शब्दों की गरिमा बनाई रखनी चाहिए। रिश्तों और स्नेह को शायद वह समझ ही नहीं पाते और हर जीच में सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम के नजरिये से देखते हैं। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय का इस तरह बयान देना निदंनीय है जो मानसिक दुर्बलता को दर्शाता है। राजनीति में गरिमा व समझ के साथ ही रिश्तों की परख भी होनी चाहिए, किन्तु इन सबका भाजपा में अभाव है इसीलिये भाजपा के नेता अक्सर अमर्यादित बयान देते हैं या फिर स्तरहीन शब्दों का प्रयोग करते हैं, जिसे समाज किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं करता। शहर कांग्रेस ने पुतला दहन के दौरान कहा कि कैलाश विजयवर्गीय तत्काल माफी मांगें।
आयोजित पुतला दहन में शहर कांग्रेस के उप ब्लॉक प्रभारी, उप ब्लॉक अध्यक्ष, उप ब्लॉक कार्यकारी अध्यक्ष, शहर कांग्रेस के पदाधिकारी, कांग्रेस पार्षद दल, कांग्रेस सेवादल, शहर महिला कांग्रेस, कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ, किसान कांग्रेस सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।

