परिवीक्षा अवधि में चल रही शिक्षिका नीतू उईके का किया स्थानांतरण…?
सहायक आयुक्त कार्यालय से हो रहे नियम विरुद्ध आदेश जारी…?
जबकि सरकार के स्पष्ट निर्देश के बाद भी सहायक आयुक्त ने शिक्षिका का कर दिया स्थानांतरण…
जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त नही मानते सरकार के आदेश…
जनजातीय कार्य विभाग में नियम कायदें भले ही सरकार बनाती हो, लेकिन इन नियम कायदों को ताक पर रखकर अपने नियम कायदें चलाने का काम सहायक आयुक्त हमेशा करते रहे हैं।ऐसा ही मामला बिछुआ विकासखंड में देखने को मिला जंहा 6 महिने के अन्दर ही परीवीक्षा अवधि में चल रही शिक्षिका का स्थानांतरण कर दिया गया…
परिवीक्षा अवधि में चल रहे शिक्षिका नीतू उईके का किया स्थानांतरण
छिंदवाड़ा (चौथा स्तंभ) जनजातीय विभाग में नियम कायदें भले ही सरकार बनाती हो, लेकिन इन नियम कायदों को ताक पर रखकर अपने नियम कायदें चलाने का काम इन दिनों छिंदवाड़ा जिलें में पदस्थ सहायक आयुक्त हमेशा करते रहे हैं। खासकर जब अटैचमेंट शिक्षक शिक्षिका के स्थानांतरण या अटैचमेंट की बात हो तब शासन के दिशा-निर्देशों को हमेशा ही नजरअंदाज करते हुए अपने चहेते शिक्षक / शिक्षिकाओं को परीवीक्षा अवधि में भी स्थानांतरण कर देते है और कई शिक्षकों को कार्यालयीन काम एंव अधीक्षक के लिए अटैचमेंट करना आम बात है। हाल ही में स्थानांतरण का नया कारनामा बिल्कुल चौंका देने वाला है। सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग कार्यालय में परिवीक्षा अवधि में चल रहे शिक्षिका नीतू उईके को हर्रई के प्राथमिक स्कूल से बिछुआ विकासखंड के ग्राम पंचायत आमझीरिकंला के अंतर्गत आने वाले ग्राम कुर्सीपार में संचालित शासकीय प्राथमिक शाला कुर्सीपार में पदस्थ नीतू उईके जिसका शाला का डाईस कोड 23430713001 है। शिक्षिका नीतू उईके का संविदा में प्रथम नियुक्ति वर्ग तीन में हुआ था, लेकिन सहायक आयुक्त की मेहरबानी से 6 माह में ही उनका स्थानांतरण दुसरे ब्लॉक में स्थानांतरण कर दिया गया है।
नीतू उईके संविदा शिक्षिका की पहली नियुक्ति 24/04/2023 को हुई और 27/09/2023को दुसरे ब्लॉक में स्थानांतरण कर दिया गया।जो शासन के नियम विरुद्ध है। जबकि शासन के स्पष्ट निर्देश है कि परीवीक्षा अवधि में किसी भी शिक्षक/शिक्षिकाओं का तीन वर्ष के पहले स्थानांतरण नहीं किया जा सकता है,क्योंकि 3 वर्ष की परीवीक्षा अवधि रहती है।

सहायक आयुक्त ने राजनीतिक दबाव एवं चढ़ावा लेकर कर दिया स्थानांतरण….?
सूत्रों की जानकारी के अनुसार बिछुआ के एक सत्ताधारी नेता के कहने पर सहायक आयुक्त ने इन्हे स्थानांतरण किया है। सहायक आयुक्त कार्यालय में अटैचमेंट में यंहा पदस्थ शिक्षक (बाबू) सुभाष देशपांडे ने ही इनका आदेश बनाया है। जिसमें बडा लेनदेन हुआ है, नीतू उईके ने लेनदेन कर आपना स्थानांतरण हर्रई से विकासखंड बिछुआ की शासकीय प्राथमिक शाला कुर्सीपार में स्थानांतरण करा लिया गया और अधिकारी एंव बाबू ने सरकार के स्पष्ट निर्देश को दरकिनार कर दिया… जबकि नीतू उईके की अभी परीवीक्षा अवधि चल रही है , जिसके कारण शिक्षिका की मूल पदस्थापना स्थल पर बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की कमी पड़ गई है। और कुर्सीपार में अतिशेष शिक्षक हो गयें है

सहायक आयुक्त कर रहे मनमानी, या नेताओं के आगे नतमस्तक..?
जनजातीय विभाग के निर्देशानुसार परीवीक्षा अवधि में चल रही शिक्षिका को बिछुआ विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला कुर्सीपार में पदस्थ किया गया है। जबकि अभी नीतू उईके परीवीक्षा अवधि में थी.., जबकि नियम है कि किसी भी परिस्थिति में उसे दूसरे स्कूल या किसी कार्यालय में अटैच नहीं किया जा सकता। 3 साल तक एक ही स्कूल में ठीक तरह से पढ़ाने पर ही उसकी परिवीक्षा अवधि पूरी मानकर नियमित करने की कार्रवाई की जाती हैं। इस नियम के विरूद्ध सहायक आयुक्त सतेन्द्र सिंह मरकाम ने नीतू उईके का हर्रई विकासखंड से बिछुआ विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला कुर्सीपार कर दिया गया.., जो उसकी परिवीक्षा अवधि नियमों के विपरीत तो है साथ ही जिस स्कूल में उसकी पदस्थी पढ़ाने के लिए हुई थी, उससे वहां के बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।
रिपोर्ट -ठा रामकुमार राजपूत
मोबाइल -8989115284,8839760279

