19 मासूम बच्चों की मौत के बावजूद भी सरकार बयानबाजी तक सीमित- ओकटे

Chautha Sthambh

कांग्रेस पार्टी ने जिलें में कई जगह किया अनशन…

सरकार और सरकारी तंत्र के लिए बच्चों की मौत से महत्वपूर्ण है मेला…?

भाजपा की असंवेदनशील सरकार, संवेदनहीन सांसद स्वाद और नाच गाने के लिए आतुर… ओक्टे

छिन्दवाड़ा (चौथा स्तंभ) मप्र की भाजपा सरकार निर्लज्जता की सारी हदें पार कर चुकी है! मानवीय संवेदनाएं खो चुके सत्ताधारी दल के नेताओं के लिए मासूम बच्चों की सुरक्षा से कहीं अधिक मेला, महोत्सव, स्वाद और नाच-गाना महत्वपूर्ण है। केवल छिन्दवाड़ा ही नहीं बल्कि समूचे प्रदेश व देश के प्रत्येक नागरिक का बच्चों की मौत से दिल पसीच रहा, किन्तु भाजपा की प्राथमिकताएं कुछ अलग ही है। उक्त उदगार जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्री विश्वनाथ ओकटे ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से व्यक्त किए।

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  • श्री ओकटे ने जारी बयान में आगे कहा कि प्रदेश सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री यदुवंशी है, किन्तु वे बाल गोपालों की सुरक्षा में विफल है। 19 मासूम बच्चों की दर्दनाक मृत्यु के बावजूद भी सीएम बयानबाजी तक सीमित है और मौत का सिलसिला जारी है, क्योंकि अभी तक कोई ठोस व कारगर कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या सरकार निलम्बन की कार्रवाई में त्रासदी का समाधान तलाश रही या फिर मुख्य दोषी स्वास्थ्य मंत्री को बचाने की भरपूर कोशिशें की जा रही? जबकि नैतिकता व मानवीयता के आधार पर सर्वप्रथम स्वास्थ्य मंत्री को अपना इस्तीफा देना चाहिए था, फिर भी वे कुर्सी से चिपके हुए हैं। आखिर यह कैसी असंवेदनहीन सरकार है जिसे बच्चों की जान की कोई परवाह नहीं है। मुख्यमंत्री आए, फोटो खिंचवाई, खूब बयानबाजी की और चले गए, उनके जाने के बाद ही दो बच्चे ने दम तोड़ दिया।

    छिन्दवाड़ा ही नहीं, प्रदेश और देश भी है दुखी:-

    परासिया, चौरई, जुन्नारदेव तामिया व छिन्दवाड़ा में विगत एक माह से लगातार बच्चों की मौत हो रही। इस हृदय विदारक घटना के कारण केवल छिन्दवाड़ा नहीं बल्कि प्रदेश व देश का हर नागरिक दुखी है। हर वर्ग की जुबान पर बच्चों की मौत पर संवेदनाएं निकल रही, बीमार बच्चों के लिए दुआएं मांग रहे, लेकिन भाजपा के सांसद इस दुख और विपदा की घड़ी में भी मेला, महोत्सव, स्वाद और नाच गाने के आयोजनों में जुटे हैं। क्या यही भाजपा की प्राथमिकताएं है ? एक माह में सीएम और सांसद ने कभी सुध नहीं ली, लेकिन कांग्रेस ने अनशन किया तो सीएम और सांसद दोनों ही जाग गए

    जनता याद कर रही कोरोना काल के दिन:-

    श्री ओकटे ने जारी बयान में आगे कहा कि जिले की जनता एक बार फिर कोराना संक्रमण काल के दिन याद कर रही। केन्द्र की भाजपा सरकार कोराना जैसी महामारी को भूलकर, प्रदेश के भाजपा नेताओं के साथ मिलकर मप्र में कमलनाथ जी की सरकार गिराने में जुटे थे और कमलनाथ जी एवं नकुलनाथ छिन्दवाड़ा सहित पूरे प्रदेश में कोरोना महामारी से जनता को बचाने के लिए ऑक्सीजन सहित तमाम जीवन वर्धक दवाइयों के इंतजाम में जुटे थे। आज वही हालात है, मप्र के सीएम असम में गेंडा ढूंढ रहे थे और छिन्दवाड़ा में बच्चों की जानें जा रही थी। सांसद वर्तमान में मेला, महोत्सव, स्वाद और नाच-गाने की तैयारी में जुटे हैं। फर्क साफ है भाजपा के लिए जनता मतदाता है

    छिन्दवाड़ा के बाद परासिया व तामिया में कांग्रेस ने किया अनशन:-

    श्री ओकटे ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के अंत में कहा कि मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी एवं जिले के पूर्व सांसद नकुलनाथ जी के निर्देशानुसार कांग्रेस सतत रूप भाजपा सरकार को जगाने के लिए अनशन कर रही है। छिन्दवाड़ा के बाद परासिया व तामिया में भी कांग्रेस ने अनशन किया। तामिया की मासूम बेटी की मौत से आहत ब्लॉक कांग्रेस कमेटी तामिया के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं एवं आमजन ने अनशन किया। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस लगातार भाजपा की सरकार को जगाने का प्रयास कर रही, किन्तु सरकार नहीं जाग रही यह बड़े ही दुख का विषय है कि सरकार इस मानव निर्मित त्रासदी को नहीं रोक पा रही।

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