छह लाख से अधिक आय वाले राशन हितग्राहियों का मामला….
लोन के लालच में कई परिवारों ने भरा था आयकर, राशन लेने पर मिला नोटिस…
4 हजार राशन हितग्राहियों को खाद्य विभाग ने दिया था नोटिस, सिर्फ 700 परिवारों दिया था जबाव
छिंदवाड़ा (चौथा स्तंभ) जिलें के राशन लेने वाले कई परिवारों ने लोन के लालच में जीएसटी और आयकर रिटर्न भर दिया और अपनी हैसियत से ज्यादा आय बैंक को दिखा दी। कुछ ऐसे भी परिवार के सदस्य हैं, जो कंपनियों में खुद को डायरेक्टर बता रहे हैं। खाद्य विभाग ने अपनी जांच पड़ताल में यह पाया है। विभाग की ओर से ऐसे 4 हजार परिवारों को नोटिस जारी किया
था, इनमें 700 परिवार ही जवाब दे पाए हैं। छह लाख से अधिक आय वाले 3300 परिवारों ने राशन लेने के नोटिस का जवाब अब तक नहीं दिया है। विभागीय अधिकारियों ने राशन सूची से नाम काटने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा तो उन्होंने कुछ समय और मांगा है। वे
इस विषय पर प्रदेश सरकार के मंत्रियों से बातचीत कर रहे हैं। जल्द ही इस पर निर्णय होगा।
पिछले माह राज्य शासन की ओर से खाद्य आपूर्ति विभाग में 51 सौ संदिग्ध नाम भेजे गए थे। उसके बाद आदेश संशोधित होकर 4 हजार पर पहुंचा। इस पर विभाग की ओर से इन
खाद्य विभाग ने छह लाख से अधिक आय वाले परिवारों को नोटिस दिया था। उनमें कुछ परिवारों ने जवाब नहीं दिया है। विभाग उनका नाम काटने की तैयारी में है। फिलहाल कुछ की जांच में निकला कि उन्होंने लोन के लालच में अधिक आय दर्शा दी। फिलहाल शासन से ऐसे मामलों में मार्गदर्शन मांगा गया है।
गंगा कुमरे, जिला आपूर्ति अधिकारी
राशन हितग्राहियों में छह लाख रुपए से अधिक वार्षिक आय, इनकम टैक्स देने वाले, कर धारक और कंपनी में नौकरी करने वाले कर्मचारियों को नोटिस पहुंचाया गया। इनमें से 700 परिवारों के जवाब आए हैं। शेष परिवारों ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया है।

