कमलनाथ ने 300 सीटों की दिलाई थी मंजूरी, सांसद और भाजपा ने उसे 150 कर दिया…
छिन्दवाड़ा (चौथा स्तंभ)प्रदेश की भाजपा सरकार पिछले 22 वर्षों से छिन्दवाड़ा जिले के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है तो वहीं उनके शासन काल में जिले को एक भी विकास की बड़ी सौगात नहीं मिली। पूर्व सीएम कमलनाथ व पूर्व सांसद नकुलनाथ के द्वारा स्वीकृत किये गये विकास कार्यों पर विराम लगाने वाली भाजपा के सांसद मेडिकल कॉलेज की सीटों को आधी कर झूठी वाहवाही लूट रहे। उक्त उदगार जुन्नारदेव विधायक श्री सुनील उइके ने मेडिकल कॉलेज में अध्ययन हेतु मात्र 50 सीटे बढ़ने पर व्यक्त किए।

विधायक श्री सुनील उइके ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह वही मेडिकल कॉलेज हैं जिसमें माननीय कमलनाथ जी एवं माननीय नकुलनाथ जी ने 300 सीटों की मंजूरी दिलाई थी, शायद यह बात सांसद भूल गए कि उनकी ही सरकार ने मेडिकल कॉलेज का बजट आधा करने से लेकर सीटों को भी 100 में सिमटा दिया था। महज 50 सीट बढ़ने पर ढोल पीटने वाले सांसद को छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र की जनता से माफी मांगनी चाहिए कि उनकी सरकार ने मेडिकल कॉलेज की सीटों को आधा कर दिया है, किन्तु शर्म बेच चुकी भाजपा ने कभी अपने “पाप” को स्वीकारा नहीं। यही नहीं अन्य योजनाओं को बंद किया या फिर उन योजनाओं का बजट ही आधा कर दिया। छिन्दवाड़ा के साथ ही सिवनी, बालाघाट व बैतूल जिले की जनता को सस्ता व सुलभ स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने की दृष्टि से पूर्व सीएम श्री कमलनाथ व पूर्व सांसद नकुलनाथ के द्वारा मेडिकल कॉलेज की स्थापना की, किन्तु प्रदेश में भाजपा सरकार की वापसी होते ही कुंडित व विकास विरोधी मानिष्कता सामने आई। उन्होंने मेडिकल कॉलेज का बजट आधा कर दिया।

विदित हो कि वर्ष 2018 में श्री कमलनाथ जी की सरकार बनने पर छिन्दवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज साइंस में कार्डियक सेंटर एवं सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल स्वीकृत किये गये थे। कांग्रेस सरकार ने इसके लिये रुपये 1455 करोड़ रुपयों की प्रशासकीय स्वीकृति दी थी एवं वर्ष 2019-20 में निर्माण कार्य प्रारंभ कराया था। धनबल से भाजपा ने कांग्रेस की सरकार लूटी और सत्ता में आते ही मेडिकल कॉलेज की विभिन्न यूनिटों का काम बंद करा दिया। इतना सबकुछ करने के बाद भी भाजपा के दिल को ठण्डक नहीं मिली तो उन्होंने अक्टूबर 2021 में मेडिकल कॉलेज के सम्पूर्ण निमार्ण के लिये स्वीकृत राशि को घटाकर 665 करोड़ कर दिया। कांग्रेस के द्वारा निरंतर विरोध प्रदर्शन किया तो भाजपा ने पुन: बजट 768 करोड़ रुपये कर झूठी वाहवाही लूटी। 1455 करोड़ रुपये के मेडिकल कॉलेज को 768 करोड़ रुपये कर दिया अर्थात छिन्दवाड़ा की जनता को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को भाजपा सरकार ने द्वेष की भावना से आधा कर दिया। इस कृत्य का खामियाजा छिन्दवाड़ा, बैतूल, सिवनी व बालाघाट जिले की जनता को भुगतना पड़ रहा है। चारों जिले के आमजन को अच्छे इलाज के लिये अब नागपुर या फिर अन्य महानगरों पर निर्भर हो चुके हैं, अगर भाजपा सरकार ने मेडिकल कॉलेज को पूर्ण आकार लेने दिया होता तो आज यह नौबत नहीं आती। स्थानीय स्तर पर ही गम्भीर व असाध्य बीमारियों का इलाज होता, इससे समाज के हर वर्ग को लाभ पहुंचता साथ ही 300 सीटों पर अध्ययन का लाभ विद्यार्थियों को प्राप्त होता, किन्तु भाजपा की द्वेष की भावना ने जिले का हर स्तर पर नुकसान किया है और सांसद आधी सीट कर स्वयं के हाथों से स्वयं की ही पीठ थपथपा रहे। सांसद में अगर दम है तो वही मेडिकल कॉलेज, उतनी ही सीटें, वैसा ही हॉर्टिकल्चर कॉलेज, एग्रीकल्चर कॉलेज, वैसी ही यूनिवर्सिटी सहित वे तमाम विकास के कार्य करके दिखाए जिसकी मंजूरी माननीय कमलनाथ जी ने महज 15 माह की सरकार में दिलाई थी।
कमलनाथ व नकुलनाथ के नाम से चल रही सांसद की राजनीति:-
श्री उइके जिले के सर्वमान्य व जन-जन के लोकप्रिय नेता माननीय कमलनाथ जी एवं माननीय नकुलनाथ जी के नाम जपने से ही सांसद की राजनीति चल रही। जबलपुर में फ्लाईओवर लोकार्पण के दौरान भाजपा के तमाम विधायक व सांसद उपस्थित थे, किन्तु छिन्दवाड़ा सांसद को वहां बुलाया भी नहीं और ना ही एक बार भी नाम लिया गया, जबकि केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गड़करी जी ने सर्वाजनिक रूप से कहा कि माननीय कमलनाथ जी का फ्लाईओवर निर्माण में बड़ा योगदान है। उन्होंने यह भी कहा था कि इसके बदले में उन्होंने अन्य सड़क के लिए बजट देने का वादा माननीय कमलनाथ जी से किया था