4 महीने की मेहनत पर पानी फिरा… बेमौसम बारिश से मक्का की फसल खराब…

Chautha Sthambh

बेमौसम बारिश ने किसानों की मेहनत पर फेरा पानी….

3 महीने की मेहनत पर पानी फिरा… बेमौसम बारिश से मक्का की फसल खराब…

रिपोर्ट -ठा. रामकुमार राजपूत

दिनांक -31/10/2025

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  • छिंदवाड़ा (चौथा स्तंभ )जिलें में दीवाली के बाद भी जारी बारिश ने किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है. कटी हुई मक्का की फसल खेतों में पानी में डूब गई है.पहले यूरिया खाद से परेशानी और अब बारिश से किसान बेहाल हैं.

    दीपावली भी बीत गई लेकिन अब भी बारिश का प्रकोप देखने को मिल रहा है, लेकिन मौसम ने एक बार फिर करवट ली है. एक ओर मक्का की फसल कट चुकी है और रखी हुई मक्का अब बारिश के कारण खराब होने लगी है और मक्का में अब अंकुरण आने लगा है , तो दूसरी तरफ बारिश का प्रकोप देखने को मिल रहा है., जिनकी मक्का कट गई उन किसानों की दुर्दशा हो गई है. छिंदवाड़ा जिला एक मक्का उत्पादक जिला है. ऐसे में यहां के ज्यादातर किसान मक्का की खेती करते हैं. कटाई के समय हो रही बारिश से किसानों को बड़ा नुकसान हो रहा है. ऐसे में चौथा स्तंभ की टीम ने किसानों से बातचीत, जानिए उन्होंने क्या बताया…

    कटी मक्का की फसल पानी में तैर रही है, जिले के चौरई ब्लॉक के बींझावाडा, कुडा, परासिया, हरनभटा, नारायणपुर,गोपालपुर केदारपुर, सलकनी बिलंदा के रहने वाले किसानों ने बताया की दीपावली के बाद से हो रही तेज बारिश से खेत में रखी मक्का पूरी तरह खराब होते जा रही है मक्के में अब अंकुरण आने लगे, ऐसे में मक्का खेत में रखे रखे खराब हो रहा है . रबी की फसल बुवाई के लिए जल्दी में मक्का काटना पड़ा लेकिन बारिश हो गई. अब कटी हुई मक्का बारिश से खेत में जमा हुए पानी में भीग गई.जिसके कारण उसमें अंकुरण आने लगा, जिसमें अब किसानों के सामने बडी परेशानी आ गई है, कई किसानों की मक्का फसल खेत में रखी थी जो अब पूरी फसल पानी डूब गई. किसान तीन महीने संतान की तरह फसल को पालता है. ऐसा कोई दिन नहीं होता कि वह खेत का चक्कर न लगाता हो. लेकिन ऐन वक्त पर बारिश हो जाए और उनकी फसल खराब हो जाए, तो किसान पर जो महसूस करता है शायद वो कोई और करें.

    ऐसा ही हाल औरों का भी
    छिंदवाड़ा जिले भर बारिश को लेकर अलर्ट जारी हुआ है, लेकिन चौरई क्षेत्र के कई गांव ज्यादा प्रभावित हुआ. असर पूरे जिले भी दिख रहा है.

    युवा किसान बोले- मुआवजा भी नहीं मिलता..

    युवा किसान ने बताया कि सरकार फसल बीमा योजना के तहत प्रीमियम भरवाती हैं. लेकिन जब मुआवजा देने का वक्त आता हैं तो कोई कर्मचारी और अधिकारी देखने तक नहीं आता. ऐसे में किसान आंदोलन भी करते हैं तो मुफ्त में मुकदमा भी दर्ज हो जाता हैं …

    मौसम वैज्ञानिकों का कहना…अगले तीन दिन तक हो सकती है बारिश
    बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान मोंथा का असर अगले तीन दिन तक देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक, तूफान के असर से केरल, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और झारखंड में अगले 3 दिन तक बारिश हो सकती है. ऐसे में मौसम विज्ञान विभाग ने किसानों को सावधान रहने की सलाह दी है.

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